आज पूरे विश्व की नजर भारत के ऊपर बनी हुई है। भारत हर क्षेत्र में सफलता के साथ अपने एक कदम को आगे बढ़ा रहा है और इसी कड़ी में भारत आज अपने चंद्रयान 3 को लॉन्च करने वाला है। इसकी लागत लगभग 614 करोड रुपए की है और पिछले कई सालों से भारतीय वैज्ञानिक इसे बनाने के लिए मेहनत करते नजर आ रहे थे। उनका यह मेहनत अब जाकर साकार हुआ है और अब चंद्रमा पर सफल लैंडिंग के लिए उनका यह यान रवाना हो चुका है। आपको यह जानकर गर्व महसूस होगा कि यह चंद्रयान जो लगभग 500 दिनों के बाद पहुंचेगा उसकी अगुवाई कोई पुरुष नहीं बल्कि एक महिला कर रही है जिस किसी ने भी इस बारे में सुना है तब किसी को भी अपने कानों पर यकीन नहीं हुआ है। आइए आपको बताते हैं आखिर वह कौन सी महिला है जिसने पूरे विश्व को गौरवान्वित कर दिया है और सभी लोग उनकी जमकर तारीफ करते नजर आ रहे हैं।
चंद्रयान टीम की अगुवाई कर रही है रितु करीधर, रॉकेट वूमेन के नाम से पहचानते हैं लोग
भारत देश अपने चंद्रयान-3 के सफल परीक्षण के लिए रवाना हो चुका है। चंद्रयान-3 उड़ान भर चुका है और सबकी नजर इसके ऊपर बनी हुई है कि आखिर भारत किस तरह से इसका सफल परीक्षण कर पाता है। आपको बता दें कि इस चंद्रयान में कुल 6 व्यक्ति भेजे गए हैं लेकिन इनमें एक महिला प्रमुख है। जिस किसी ने भी रितु करीधार के बारे में सुना है कि वह चंद्रयान टीम की अगुवाई कर रही है तब सभी लोग उनके लिए खुशी जाहिर कर रहे हैं। आपको बता दें कि रितु को लोग रॉकेट वूमेन के नाम से पहचानते हैं और रॉकेट के कई मिशन को वह सफलता पूर्वक आगे की तरफ बढ़ा चुकी है। रितु मूल रूप से लखनऊ की रहने वाली है और आइए आपको बताते हैं कैसे इसके पहले भी वह चंद्रयान-2 के सफल परीक्षण में उसकी अगुवाई कर चुकी है।
ऋतु करीधर पेश कर रही है महिलाओं के लिए मिसाल, डिप्टी कमिश्नर ऑपरेटर भी रह चुकी है वह चंद्रयान में
रितु करीधर आज दुनिया भर में एक ऐसा नाम बन चुकी है जिनकी सफलता की लोग मिसाल पेश करते नजर आ रहे हैं। भारत में चंद्रयान-3 यान को जब भेजा है तब उसकी आगे से वही अगुवाई करती नजर आ रही है। इसके पहले चंद्रयान के कई यान में वह अहम भूमिका निभा चुकी है। बचपन से हीं रितु को एक वैज्ञानिक बनने का शौक था और इसका जिक्र उन्होंने अपने स्कूल के दिनों में ही कर दिया था कि वह एक दिन एक बड़ी वैज्ञानिक बनेगी और इसी वजह से उन्हें रॉकेट वूमेन के नाम से भी पहचाना जाता है। हर किसी को यह उम्मीद है कि रितु शानदार तरीके से इसकी अगुआई करेंगी और चंद्रयान-3 का सफल परीक्षण करके वह भारत में एक बार फिर से कदम रखेगी। पूरी दुनिया की नजर अब इसके ऊपर बनी हुई है अब देखना यह है कि रितु अपने इस बड़े काम को किस तरह से अंजाम देती है क्योंकि इसके पहले भी कई मौकों पर वह इस तरह के कामों को अंजाम दे चुकी है।