भारत देश में बहुत से ऐसे अधिकारी हैं जो अक्सर अपनी पहचान छुपा कर दौरे पर जाते हैं। और कुछ ऐसे अधिकारी भी हैं जो अपनी पहचान छुपा कर लोगों के साथ काम करने में जुड़ जाते हैं। लेकिन कभी आपने यह नहीं सुना होगा कि एक आईएएस अधिकारी अपनी पहचान छुपा कर लोगों के साथ मजदूरी करने में जुट गया। हाल ही में केरल में भीषण बाढ़ आई थी। जिसके चलते केरल के बहुत सारे गांव जल मग्न हो गए थे। हालात काफी बुरे थे संभाले नहीं संभल रहे थे। आपात की इस स्थिति में हमारी सेना के जवानों ने पुरजोर मेहनत की और लोगों को आपदा से निकाला। ऐसे में एक आईएएस अधिकारी का नाम सामने आया है जिन्होंने अपनी पहचान छुपा कर लोगों के साथ मजदूरी की है।
दादर एंड नगर हवेली के हैं कलेक्टर
इस आईएएस अधिकारी का नाम कन्नन गोपीनाथन है। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि वह वर्तमान समय में दादरा एंड नगर हवेली में कलेक्टर हैं। उन्होंने 8 दिन की निजी छुट्टी लेकर केरल में बाढ़ पीड़ितों की मदद करने की सोची। उन्होंने केरल जाकर बाढ़ से जूझ रहे लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम किया।
सोशल मीडिया पर हो रही तस्वीरें वायरल
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि आईएएस अधिकारी ने केरल में जाकर बाढ़ पीड़ितों के घर में जाकर सफाई की व उनके साथ मिलकर उनके घरों की सफाई भी की है। जब वह काम कर रहे थे तब किसी ने उनकी तस्वीरें खींच ली थी जिसके बाद उनकी है तस्वीरें सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है। एक पत्रकार ने सोशल मीडिया पर इनकी तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा था कि केरल में बाढ़ पीड़ितों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करने वाला यह मजदूर कोई साधारण इंसान नहीं है बल्कि दादर और नागर हवेली का कलेक्टर है। इसके बाद देखते ही देखते सोशल मीडिया पर यह खबर आग की तरह फैल गई।
कैसे हुई पहचान उजागर
कहा जा रहा है कि पहले तो कलेक्टर साहब को किसी ने नहीं पहचाना था लेकिन जब स्थानीय कलेक्टर वहां पर पहुंचे तो उन्होंने उन्हें पहचान लिया। वह सरकार की तरफ से मिल रही सुविधाओं के बारे में लोगों को जागरूक कर रहे थे। सोशल मीडिया पर कलेक्टर साहब के इस कार्य को काफी सराहा जा रहा है। लोग कह रहे हैं कि अगर भारत देश में सभी कलेक्टर ऐसे हो जाए तो एक समय ऐसा आएगा कि देश आपदा का शिकार ही नहीं होगा।