दुनिया मे सबसे बड़ा रिश्ता होता हैं माँ और उसके बच्चों का. जब एक माँ अपने बच्चे के काफी समय बाद मिलती है तो मिलने की खुशी में उसके आँखे भर आती हैं. ऐसा दोनो प्रजातियों में होता हैं छाए वह इंसान हो या वह जानवर हो. इंसानों में जब कोई अपने बच्चे से काफ़ी समय बाद मिलती हैं तो वह उससे बहुत ज्यादा प्यार जताने लग जाती हैं. ऐसा ही कुछ जानवरों में भी होता हैं. जानवरों में जब एक माँ अपने बच्चे से मिलती हैं तो उसको अपने ही अंदाज में प्यार करने लग जाती हैं.
जानवरों में भी होता अपने बच्चो प्रति अपार प्रेम
जानवरो में जब माँ अपने बच्चे से मिलती हैं तो अपनी जीभ से उसको चाटने लग जाती हैं. जानवरो में अपने प्यार का इज़हार एक माँ अपनी जीभ से अपने बच्चे को चाट कर ही करती हैं. हालहि में एक ऐसा ही हादसा मध्यप्रदेश के एक जंगल मे हुआ है जहाँ एक हथनी का बच्चा गायब हो गया था पर उसे मिले 2 दिनों से भी ज्यादा हो गए थे जिसके चलते वह हथनी बहुत ज्यादा परेशान हो गई थी लेकिन उस जगल के एक रेंजर अफसर को जब पता चला कि इस हथनी का बच्चा गायब हो गया हैं तो वह तुरंत अपनी एक टीम के साथ उस बच्चे को ढूढने निकल गया. आपकी जानकारी के लिए बता दे कि अंत मे इस रेंजर इंस्पेक्टर ओर उसकी पूरी टीम में बहुत मेहनत और मशकत करने के बाद उस बच्चे को ढूंढ लिया.
बच्चे से मिलने के बाद हो गए हथनी खुशी से पागल , अपनी सूंड से लगा लिया बच्चे को गले
इन दिनों सोशल मीडिया पर आर्यन खान के बाद अगर कोई चीज चर्चा में है तो वह हैं इस हथनी ओर इसका बच्चे का मिलन. सोशल मीडिया पर एक फोटो वायरल हो रही जिसमे एक हथनी अपने बच्चे को अपनी सूंड से गले लगा कर रखी हुई है ओर पास में एक फारेस्ट रेंजर खड़ा हुआ है. फ़ोटो की सच्चाई यह हैं कि इस हथनी का बच्चा कुछ समय पहले खो गया था जिससे यह बहुत ज्यादा परेशान हो गई थी और जोर-जोर से रोने लगे गई थी. जैसे ही फारेस्ट डिपार्टमेंट के लोगो को पता चला कि यह अपने बच्चे के गम में रो रही है तो फारेस्ट रेंजर इंस्पेक्टर प्रसाद ने अपनी टीम त्यार कि ओर तुरत हथनी के बच्चे को ढूढने निकल गया.
अंत मे मिल ही गया हथनी का बच्चा , रेंजर को भी बैठा लिया हथनी ने अपनी पीठ पर
पूरे दिन भर ढूढने के बाद शाम को फारेस्ट रेंजर प्रसाद ओर उसकी टीम को ढूढने में सफलता मिल पाई. जैसे ही हथनी ने अपने बच्चे को देखा कि वह वापसी आ गया है तो उसे अपनी सूंड से गले लगा कर रोने लगे गई. हथनी ने पहले तो अपने बच्चे को गले लगाया ओर उसके बाद उस फारेस्ट रेंजर को अपने सूंड पर बैठाकर सीधा अपनी पीठ पर बैठा लिया. कुछ इस तरह हथनी ने अपने खोए हुए बच्चे को मिलने की खुशी बनाई.