आज का दिन बड़ा ही पवित्र और पावन दिन है ऐसा इसलिए क्योंकि आज दिवाली है जो कि हर एक भारतीय के लिए सबसे बड़ा त्योहार हैं. दिवाली को ख़ुशियों का त्यौहार कहा जाता है जिसके चलते आज के दिन पूरे घर को सजा दिया जाता है और हर घर के बाहर दिये जला कर रख दिए जाते हैं. जिससे घर बिल्कुल जग-मगा जाता है और हर तरफ़ रौशनी ही रौशनी हो जाती है. दिवाली के दिन शाम को एक महूर्त पर माता लक्ष्मी जी की पूजा की जाती है और उन्हें खुश किया जाता है जिससे वह हम पर धन की वर्षा करे. दिवाली के दिन पूजा करने की बहुत ही अलग-अलग विधियाँ है जिनके चर्चे इस समय पूरे के पूरे देश में हैं आर हर कोई यही जानना चाहता है कि वह कौनसा तरीक़ा है जिससे पूजा करने से माता लक्ष्मी जी खुश हो जाएगी. आगे आपको इस लेख में उन तरीको के बारे में बताते है जिनसे पूजा करने से माता लक्ष्मी जी खुश होती हैं.
माता लक्ष्मी जी को खुश करना है बहुत कठिन, रखना पड़ता है इन-इन चीजो का ध्यान
माता लक्ष्मी जी की धन की देवी कहा जाता है क्योंकि अगर आपको धन की प्राप्ति कभी होती है और आपके पास पैसा ही पैसा आता जाता है तो समझ जाना कि माता लक्ष्मी जी कि आपके ऊपर बहुत कृपा हैं. यही कारण है कि माता लक्ष्मी जी का आज पूरी दुनिया में इतना बड़ा नाम हैं. माता लक्ष्मी जी वर्तमान समय में मीडिया में काफ़ी ज़्यादा सुर्ख़ियों में बनी हुई है ऐसा इसलिए क्योंकि आज दिवाली है और आज के दिन हर कोई माता लक्ष्मी जी की पूजा करेगा और हाँहे खुश करने की कोशिश करेगा. आज के दिन पूजा करने से पहले आपको कुछ चीजो का ध्यान रखना चाहिए. पहली यह कि जिस कमरे में आप आज पूजा कर रहे हो या जिस जगह आप पूजा कर रहे हो वह बिल्कुल साफ़ रहे. दूसरी वजह यह कि आपको आज पूजा करने से पहले एक ओर चीज़ का ध्यान रखना चाहिए जो कि यह है कि पूजा के समय किसी ने भी काले कपड़े नहीं पहने होने चाहिए और सभी अगर नए-ने कपड़े पहन कर पूजा करते है तो वह ओर भी सही रहता हैं. आगे अब आपको बताते है कि पूजा करते समय किन-किन चीजो का ध्यान रखना चाहिए और कैसे पूजा की शुरुआत करनी चाहिए.
माता लक्ष्मी जी की पूजा करनी चाहिए इस तरह शुरू, पढ़ोगे टी लगेगा पता
आज दिवाली है और रात में आज हर एक घर के अंदर माता लक्ष्मी जी की पूजा होगी. इतना ही नहीं बल्कि घरों के साथ-साध दुकानों और ऑफिस में भी माता लक्ष्मी जी की आज पूजा होगी. इस पूजा में कुछ चीजो का ध्यान रखना पड़ता है जिनमे से सबसे ऊपर यह बात आती है कि पूजा से पहले घर का सारा का सारा गहना माता लक्ष्मी जी के सामने रख देना चाहिए उसके बाद सारी पूजा की सामग्री को इस्तेमाल करते हुए पूजा की शुरुआत सबसे पहले गणेश जी की आरती गा कर की जाती है उसके बाद भगवान विष्णु जी कि और अंत में माता लक्ष्मी जी की आरती करके पूजा समाप्त कर दी जाती है. पूजा समाप्त करने के बाद सभी लोग घर के बाड़ो से पैर छूते है और आशीर्वाद लेते है और इसके बाद सभी बच्चे पटाके छोड़ते है और जो नहीं छोड़ते वह घूमते हैं.