महेंद्र सिंह धोनी भले ही भारतीय क्रिकेट से संन्यास ले चुके हो लेकिन उसके बाद भी लोगों का उनके प्रति प्यार और समर्पण और भी जरा भी कम नहीं हुआ है। रोहित शर्मा की कप्तानी में हाल ही में जैसे ही भारतीय टीम को इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले में हार मिली उसके बाद सभी लोग महेंद्र सिंह धोनी को याद करते हुए यह कहते नजर आ रहे थे कि अगर महेंद्र सिंह धोनी भारतीय टीम में बतौर कप्तान होते हैं भारतीय टीम को कभी हार नही मिलती। हाल फिलहाल में भले ही महेंद्र सिंह धोनी क्रिकेट में सक्रिय नहीं रहे हो लेकिन हाल ही में एक बार फिर से उन्होंने दिखा दिया है कि अगर वह किसी क्षेत्र में हाथ आजमाते हैं तब वहां से जीतकर ही लौटते हैं। आइए आपको बताते हैं खेल के किस प्रारूप में जाकर महेंद्र सिंह धोनी ने एक बार फिर से ट्रॉफी हासिल की है जिसकी जानकारी खुद उन्होंने सोशल मीडिया पर साझा की है.
महेंद्र सिंह धोनी क्रिकेट छोड़कर आजमा रहे हैं इस खेल में हाथ, यहां भी विजेता के तौर पर आए सामने
महेंद्र सिंह धोनी को देखते ही लोग यह कहते नजर आते हैं कि यह खिलाड़ी जिस भी मैदान में उतरता है तब वहां पर जीत तय होती है। महेंद्र सिंह धोनी की चाहे किस्मत हो या फिर उनकी काबिलियत हर तरफ से उन्हें सफलता मिल जाती है। इंडियन प्रीमियर लीग के 2023 में एक बार फिर से महेंद्र सिंह धोनी कप्तानी करते नजर आने वाले हैं जहां पर उनकी टीम चेन्नई सुपर किंग्स को एक बार फिर से वह विजेता बनाने की तरफ अग्रसर होंगे। हाल ही में सोशल मीडिया पर महेंद्र सिंह धोनी ने एक ऐसी तस्वीर साझा की है जिसको देखकर उनके चाहने वाले यह कह रहे हैं कि इस आदमी को विजेता बनने से कोई नहीं रोक सकता। आइए बताते हैं वह कौन सा खेल है जहां पर हाथ आजमाते ही महेंद्र सिंह धोनी ने एक बार फिर से ट्रॉफी जीत ली है.
महेंद्र सिंह धोनी क्रिकेट को छोड़कर खेलते नजर आ रहे हैं टेनिस, झारखंड की तरफ से कर दिखाया यह कमाल
महेंद्र सिंह धोनी एक बार फिर से विजेता के तौर पर उभर कर सामने आए हैं। हर कोई यह सोचता नजर आता है कि 43 वर्ष की उम्र में भी महेंद्र सिंह धोनी आखिर कैसे अपने दिमाग और खुद को इतना तंदुरुस्त रखते हैं। हाल ही में झारखंड एसोसिएशन की तरफ से महेंद्र सिंह धोनी टेनिस खेलते नजर आ रहे थे जहां पर लोगों ने यह सोचा था कि महेंद्र सिंह धोनी टेनिस में सिर्फ मनोरंजन के लिए उतरे हैं लेकिन झारखंड में हुए इस प्रतियोगिता में महेंद्र सिंह धोनी ने प्रथम स्थान पाया और बतौर विजेता के रूप में सबके सामने उभर कर आए। जिसने भी महेंद्र सिंह धोनी की इस उपलब्धि के बारे में सुना तब वह यही कहते नजर आया कि इस खिलाड़ी को विजेता बनने से कभी कोई नहीं रोक सकता.