हम अक्सर देखते हैं कि सड़क पर ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने पर हमारा चालान काटा जाता है। बहुत बार ऐसा होता है कि हमारे पास चालान काटने के बाद पैसे मौजूद नहीं होते हैं या फिर चालान इतना अधिक होता है कि उसे भरने के लिए भी पैसे नहीं होते हैं। सड़कों पर रात दिन जो लोग ऑटो चलाकर अपने परिवार का पालन पोषण करते हैं अगर उनका चालान काट दिया जाए या फिर वह चालान इतना अधिक हो कि वह उसे भरने में असमर्थ रहे तो कई बार ऐसा देखा गया है की उनके ऑटो पुलिस स्टेशन में खड़े खड़े हैं जर्जर हो जाते हैं। ऐसी ही एक घटना नागपुर से सामने आई है जब एक ऑटो चालक चालान के पैसे भरने में असमर्थ हो गया तो वह अपने बच्चे के गुल्लक से सिक्के निकालकर चालान भरने पुलिस स्टेशन पहुंच गया।
वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक ने भरा चालान
जब इस बात का पता नागपुर के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक को पता चला तो है अंदर से पूरी तरह से हिल गए। जब उन्होंने सुना कि एक ऑटो चालक चालान भरने में असमर्थ है और अपने बच्चे की गुल्लक से सिक्के निकालकर चालान भरने आया है और अपने ऑटो को छुड़वाने आए हैं तो पुलिस के इस अधिकारी ने उसका चालान अपनी जेब से भरने का फैसला किया।
नो पार्किंग जोन में खड़ा था ऑटो
8 अगस्त की बात है जब ऑटो चालक का ऑटो नो पार्किंग जोन में खड़ा था उसके लिए उन्हें ₹200 का जुर्माना लगाया गया। उससे पहले भी उन का जुर्माना। बकाया था। इसके बाद उनका कुल जुर्माना ₹2000 हो गया। ऑटो चालक है पैसे भरने में असमर्थ हो गए। चलाना भरे जाने पर पुलिस ने उसका ऑटो जप्त कर लिया । अपने वाहन को जप्त होने के बाद चालक काफी उदास हो गया। क्योंकि उसके पास चालान भरने के पैसे नहीं थे। ऑटो चालक का ऑटो ही एकमात्र घर चलाने का साधन था। जिसके बाद वह अपने बच्चे की गुल्लक से सिक्के निकालकर चालान भरने पहुंचा।
पुलिस ने सिक्के लेने से कर दिया मना
जब वह सिक्के लेकर थाने पहुंचा तो पुलिस ने उससे वैसे के लेने से इनकार कर दिया। लेकिन ऑटो चालक कहता रहा कि उसके पास और पैसे नहीं हैं बस यही पैसे हैं। जिसके बाद वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक अजय मालिया से संपर्क किया गया और उन से अनुरोध किया गया कि एक ऑटो चालक के पास चालान भरने के पैसे नहीं है और वह अपने बच्चे की गुल्लक तोड़कर चालान भरने पहुंचा है। यह सुनने के बाद पुलिस के अधिकारी काफी उदास हो गए और उन्होंने अपनी जेब से उस ऑटो चालक का चालान भरने का फैसला किया।