हमारे समाज में बच्चों को भगवान का रूप माना जाता है और ऐसा कहा जाता है कि बच्चों का होना भगवान की देन है। यह कहावत एक महिला पर एकदम सटीक बैठती है जिसने काफी लंबे इंतजार के बाद बुढ़ापे में एक साथ तीन बच्चों को जन्म दिया है जिसे भगवान की देन ही माना जा रहा है। मामला केरल का है जहां 55 साल की शीशी ने एर्नाकुलम के एक अस्पताल में 3 बच्चों को जन्म दिया है। यह बात चारों तरफ बात फैल गई। इस खबर के सोशल मीडिया पर डालने के बाद यह काफी वायरल हो रही है और लोग इसे काफी शेयर भी कर रहे हैं।
संतान के लिए करना पड़ा 35 साल इंतजार
केरल की रहने वाली शीशी को संतान प्राप्ति के लिए लगभग 35 साल इंतजार करना पड़ा। इसके बाद उसने 55 साल की उम्र में एक साथ 3 बच्चों को जन्म दिया है। दरअसल शादी के बाद इस दंपति के कोई भी संतान नहीं हुई थी इसके बाद इधर उधर से लोगों की बातें सुनने में भी आने लगी और लोग ताना मारने लगे। शादी के 2 साल बाद तक जब संतान नहीं हुई तो इस दंपति ने डॉक्टर की ओर रुख किया लेकिन डॉक्टर से इलाज करवाने के बाद भी इन्हें कोई संतान नहीं हुई। इलाज कराने के साथ यह दंपति भगवान से भी संतान प्राप्ति के लिए प्रार्थना करने लगी। महिला ने बताया कि उन्होंने इलाज के लिए लाखों रुपए खर्च कर दिए लेकिन शादी के 35 साल गुजर जाने के बाद उन्हें बिल्कुल ही अंदाजा नहीं था कि उनके संतान उत्पन्न हो सकती है। लेकिन भगवान के घर देर है अंधेर नहीं इसी की तर्ज पर इस दंपति ने 35 साल के काफी लंबे इंतजार के बाद संतान पैदा की है। और इसके लिए भगवान को शुक्रिया कहा।
इतनी उम्र के बाद संतान होना है मुश्किल
आम तौर पर देखें तो बच्चे पैदा करने की सही उम्र 25 साल से लेकर 35 साल तक होती है लेकिन आपको बता दें ज्यादा उम्र होने के बाद किसी महिला की संतान होना काफी मुश्किल हो जाता है। किसी महिला के संतान एक निश्चित उम्र तक ही हो सकती है। महिलाओं में लगभग 45 साल की उम्र तक बच्चे पैदा करने की ताकत होती है इसके बाद यह धीरे-धीरे कम हो जाती है और नष्ट हो जाती है। इसका कारण है बढ़ती उम्र के साथ महिलाओं में अंडाणु का नही बनना है।