एक पुरानी कहावत है कि मेहनत करने वालों की कभी हार नहीं होती और इस कहावत को सच कर दिखाया है आशा कुमारी ने जिन्होंने हाल ही में आईएएस की परीक्षा उत्तीर्ण की है। आशा का यह परीक्षा पास कर जाना इस वजह से भी बेहद आश्चर्यचकित है क्योंकि आशा ने जिन हालातों में अपनी पढ़ाई की है उसमें कोई भी व्यक्ति हार मान लेता क्योंकि दरअसल आशा ने जब यह परीक्षा उत्तीर्ण की थी तब उनके आगे पीछे कोई भी नहीं था और उनके पति जिनके साथ उन्होंने 1997 में शादी की थी वह भी उनसे अलग हो चुके हैं। आशा की इस सफलता को देखकर हर कोई जमकर उनकी तारीफ करता नजर आ रहा है और आइए आपको बताते हैं कैसे सड़कों पर झाड़ू लगाते हुए आशा ने जब यह परीक्षा उत्तीर्ण की है तो खुद उन्हें इस बात का यकीन नहीं हो रहा है कि कैसे इतने संघर्षों के बाद उन्होंने यह सफलता अर्जित कर ली है.
आशा की सफलता को अवनी शरण ने किया साझा, आशा के सामने आकर किया उन्हें सलाम
सोशल मीडिया पर हाल ही में एक बहुत ही खूबसूरत खबर देखने को मिल रही है जहां सड़कों पर झाड़ू लगाने वाली आशा कुमारी ने आईएएस की परीक्षा में उत्तीर्ण होकर अपने सभी भाई बहनों और माता-पिता का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है। आशा की यह कहानी अवनी शरण ने खुद साझा की है जो एक आईएएस अफसर है और खुद आशा ने उनसे बातचीत के दौरान बताया कि आईएएस की परीक्षा उत्तीर्ण करने के पहले वह सड़कों पर झाड़ू लगाती थी क्योंकि वह बतौर सफाई कर्मचारी नगर निगम में काम करती है और इतने संघर्षों के बावजूद उन्होंने एक बात ठान रखी थी कि वह पढ़ाई कभी बंद नहीं रखेगी और आइए आपको बताते हैं आईएएस बनने के बाद आशा कुमारी का वह कौन सा सपना है जो है सबसे पहले साकार करना चाहती है.
आशा कुमारी करना चाहती है आगे चलकर देश की सेवा, इस मुकाम पर आने के लिए किया है लंबा संघर्ष
आईएएस की परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाली आशा कुमारी के संघर्ष की दास्तान को जिसने भी सुना है तो वह यही कहता नजर आया है कि वाकई में आशा कुमारी की यह दृढ़ निश्चय और संकल्प का ही नतीजा था कि उन्होंने आईएस जैसी कठिन परीक्षा को पहली बार में ही पास कर लिया है। आशा ने बताया कि भले ही उन्होंने बहुत सारे संघर्ष देखे हो लेकिन उन्होंने एक बार ठान रखी थी कि वह जीवन में कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखेंगी क्योंकि भले ही उनके पति ने उनके ऊपर भरोसा नहीं किया हो लेकिन उन्होंने यह ठान रखा था कि वह आईएस बनकर देश की सेवा करेगी और आखिरकार उनका यह सपना साकार हो गया। अपने साक्षात्कार के दौरान आशा कुमारी की आंखों में आंसू भी आ गए लेकिन उन्होंने बताया कि यह खुशी के आंसू हैं और वह साथ में यह संदेश भी देती नजर आएगी कभी भी अगर जिंदगी में मुश्किल आ जाए तो हार नहीं माननी चाहिए क्योंकि अगर दृढ़ संकल्प करके मेहनत किया जाए तो फल जरूर मिलता है और ऐसा ही कर दिखाया है आशा कुमारी ने जो बहुत ज्यादा आईएएस अफसर बनकर अपने ऑफिस को जॉइन करेगी।