भारत समेत पूरी दुनिया में यातायात और यातायात से संबंधित वाहन लगातार बढ़ते जा रहे हैं। भारत में पिछले कुछ सालों में सड़कों को लेकर बहुत अधिक निर्माण हुआ है। सालों पहले जहां कच्ची सड़क भी नहीं हुआ करती थी आज गांव गांव में प्रधानमंत्री योजना के तहत पक्की सड़कों का निर्माण हो गया है। पूरे भारत देश में ऐसे बहुत कम क्षेत्र बचे हैं जहां सड़कें नहीं है। सड़क पर दौड़ने वाली गाड़ियां काफी ध्वनि प्रदूषण करती हैं। गाड़ियों से बजने वाला हॉर्न ध्वनि प्रदूषण का उत्तरदाई है।
सड़कों पर काफी बार वाहन आपस में टकरा जाते हैं जिसके बाद घायल लोगों को एंबुलेंस अस्पताल पहुंचाती है। भारतीय सरकार ने यातायात परिवहन को लेकर एंबुलेंस के लिए नियम बना रखे हैं जिसके तहत एंबुलेंस को इमरजेंसी कंडीशन में अलग से रास्ता दिया गया है। काफी जगहों पर एंबुलेंस के लिए सड़क पर अलग से लेन बनाई गई है। आप सभी ने एंबुलेंस का हॉर्न सुना होगा। इसके अलावा गाड़ियों का हॉर्न भी सभी ने सुना है। अब एंबुलेंस सहित सभी गाड़ियों की हॉर्न में परिवर्तन होने जा रहा है।
नितिन गडकरी ने एंबुलेंस और गाड़ियों के हॉर्न को लेकर गाइडलाइन की जारी
भारत के केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने सड़कों पर दौड़ती गाड़ी और एंबुलेंस के हॉर्न को लेकर एक नए पैटर्न जारी किया है। इसके अनुसार अब गाड़ियों से तबला हारमोनियम और शंख जैसी आवाज निकलेगी। नितिन गडकरी ने कहा कि नए हॉर्न पैटर्न पर काम शुरू कर दिया गया है। आने वाली गाड़ियों में जल्द ही यह व्यवस्था दी जाएगी। नितिन गडकरी ने इसके अलावा नेशनल हाईवे और एक्सप्रेस-वे पर टोल नीति को लेकर भी बदलाव करने की बात कही।
जीपीएस सिस्टम के माध्यम से होगा टोल भुगतान
केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि आने वाले 2 साल में जीपीएस सिस्टम से टोल भुगतान की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। एक सॉफ्टवेयर की सहायता से सेटेलाइट के जरिए सीधा जीपीएस कनेक्ट कर दिया जाएगा। आपको बता देंगे 90 हजार करोड़ की लागत से दिल्ली मुंबई ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जा रहा है। नितिन गडकरी ने कहा कि यह परियोजना भारत माला परियोजना के अंतर्गत आती है। यह हाईवे 1350 किलोमीटर लंबा होगा जो देश के 2 बड़े शहरों को आपस में जुड़ेगा। जानकारी के अनुसार जनवरी 2030 तक यह प्रोजेक्ट पूरा कर दिया जाएगा। यह हाईवे दिल्ली हरियाणा राजस्थान गुजरात और महाराष्ट्र से होते हुए सीधा मुंबई तक जाएगा। समय के साथ-साथ यातायात परिवहन को लेकर भारत में काफी बदलाव देखने को मिल रहे हैं। आने वाले समय में जल्द ही बुलेट ट्रेन भी भारत में देखने को मिलेगी।