सपनों की उड़ान अगर पूरी मेहनत के साथ भरी जाए तो वह जरूर पूरी होती है। बिहार के जहानाबाद में ऐसा ही एक मामला देखने को मिला जहां पर एक आटा चक्की चलाने वाले की पत्नी ने अपने मेहनत के दम पर दरोगा बनने का सपना पूरा कर लिया। जिस किसी ने भी अनीता देवी की इस सफलता को सुना है तो वह उनकी खूब तारीफ करता नजर आ रहा है और साथ में लोग यह कहते भी नजर आ रहे हैं कि यह मंजिल उन्होंने बहुत मुश्किल से तय की है और इसी वजह से उनका पूरा परिवार बहुत ज्यादा खुश है। अनीता की सफलता इस वजह से भी ज्यादा मायने रखती है क्योंकि वह दरोगा भर्ती की परीक्षा के दौरान दो बच्चों की मां बन चुकी थी। आइए आपको बताते हैं कैसे अनीता ने इन सभी संघर्षों को पार करते हुए अब दरोगा की वर्दी पहन ली है जिसको देखकर उनके पति और बच्चे खुशी से फूले नहीं समा रहे हैं.
अनीता ने पूरा किया वर्दी पर सितारा लगाने का अपना सपना, दो बच्चों की मां होने के बाद तय किया सफर
बिहार के जहानाबाद की रहने वाली अनीता देवी ने तमाम संघर्षों को पार करते हुए जो मुकाम हासिल किया है उसको देखकर हर कोई उनकी तारीफ करता नजर आ रहा है। दरअसल हाल ही में बिहार दरोगा परीक्षा का रिजल्ट घोषित हुआ है और इस परीक्षा में जैसे ही अनीता देवी ने अपना नाम देखा कि वह पास हो गई है तब वह खुशी से फूले नहीं समा रही है क्योंकि अब वह दरोगा बन चुकी है और खुशी के मारे वह रो पड़ी है। खुद अनीता का मानना है कि उन्होंने इस पद को पाने के लिए बहुत लंबा संघर्ष किया क्योंकि वह एक मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखती है। आइए आपको बताते हैं अनीता के पति संतोष जो आटा चक्की चला कर आजीविका चलाते हैं कैसे इस मौके पर अपनी पत्नी के लिए बहुत खुश होते नजर आए।
अनीता के पति आटा चक्की चला कर करते थे गुजारा, दोनों बच्चों ने बढ़ाया हौसला
अनीता देवी इन दिनों अपने दोनों बच्चों और पति के साथ उन लोगों के लिए मिसाल बन चुकी है जो संघर्षों के दौरान अपनी हिम्मत को तोड़ लेते हैं। दरअसल जब अनीता बहू बनकर आई थी तभी उन्होंने अपने घर में यह पेशकश रखी थी कि वह आगे पढ़ाई करना चाहती है। दरोगा बनने के पहले अनीता आरक्षी की नौकरी करती थी। अनीता देवी ने खुद बताया कि उनके पति और बच्चों ने लगातार उनके हौसलों को उड़ान दी और उनके संघर्ष को पूरा करने में वह हमेशा उनके साथ रहे। जिस किसी ने भी अनीता देवी के इस संघर्ष को सुना है तो वह यह कहता नजर आ रहा है कि मध्यम वर्ग के परिवार में तो बहू को घर से निकलने की इजाजत तक नहीं होती है लेकिन जिस तरह से सभी संघर्षों को अनीता देवी ने पार किया है वह वाकई में काबिले तारीफ है। दरोगा की वर्दी में अपनी मां को देखकर जहां दोनों बच्चे खुशी से फूले नहीं समा रहे हैं वहीं पति संतोष यादव भी बहुत खुश हो रहे हैं।