राजनीती की अगर हम बात करे तो ये दो शब्दों से बनी है राज+निति मतलब की निति विशेष द्वारा शाशन करना ही राजनीती कहलाता है ,अगर हम इसका दूसरा अर्थ निकाले तो देश की जनता के आर्थिक और सामाजिक स्तर को ऊपर उठाना ही इसका मुख्य लक्ष्य होता है .आज के हिंदुस्तान में ऐसे राजनीती करने वाले लोग बहुत ही कम मिलते है ,चलिए आज हम आपको मिलवाते है एक ऐसी लड़की से जो शायद देश की पहली महिला MBA सरपंच है .
कोन है ये लड़की
दोस्तों आज हम बात करेंगे राजस्थान की रहने वाली छवि राजावत की जिन्होंने जन सेवा करने के लिए शहर में एक लाख रूपए की नौकरी भी छोड़ दी .इन दिनों पानीपत में एक सेमिनार चल रहा है और उसमे जब छवि राजावत को बोलने का मौका दिया गया तो उन्होंने बताया की उन्हें अब एक हमसफर की तलाश है .हमसफर भी ऐसा चाइये जो उनके इस जनसेवा काम में उनका पूरा साथ दे .
छवि ने कुछ सालो में ही बदल दी गाव की छवि
छवि जब गाव में आई तो उन्होंने सबसे पहला जो काम किया वो था सरपंच बन्ने का उसके बाद उन्होंने अपने गाव सोद्दा की पूरी तस्वीर ही बदल दी .गाव में पानी की बहुत जरूरत थी तो उन्होंने सबसे पहले गाव में पानी का इन्तेजाम किया उसके बाद उन्होंने गाव में चालीस से अधिक सड़के बनवा दी .छवि ने गावो के लोगो को जागरूक किया और सौर उर्जा का ज्यादा पर्योग करने पर बल दिया ,और साथ ही साथ जेविक खेती करने पर जोर दिया .आज इनके इन प्रयासों से ही दुसरे गावो के लिए ये रोल मॉडल बन गयी है .
ऍम बी ऐ करने के बाद सात साल नौकरी की
छवि ने बताया की उन्होंने 2003 में MBA पूरा किया उसके बाद उन्होंने दिल्ली और पुणे की बहुत सी कंपनी में नौकरी की ,और उनकी एक महीने की सैलरी भी एक लाख से ऊपर थी .उसी समय गाव में सरपंच के चुनाव होने थे और वहा की सीट महिला के लिय अरक्षित थी तो छवि ने चुनाव लड़ा और उसमे जीत हासिल करके सरपंच बन गयी .
मेहनत करके 4 दिन में जुटाए 20 लाख
छवि ने बताया की सरपंच बन्ने के बाद उन्होंने देखा की गाव में पानी के बहुत कमी थी और इसके लिए कम से कम बीस लाख की जरूरत थी ,छवि ने सरकार से भी मदद मांगी पर उनको मना कर दिया गया साथ ही साथ निजी कंपनियों ने भी कुछ हेल्प नहीं की .इसके बाद छवि ने अपने बाप दादा और दोस्त के साथ मिल कर बीस लाख का इन्त्तेजाम किया ,छवि ने रेडियो में एक इंटरव्यू भी दिया जिसको सुनकर दिल्ली की एक औरत ने पचास हजार का चेक भी भेजा ,जिसकी हेल्प से उन्होंने गाव में तालाब भी खुदवाया और जब बारिश आई तो तालाब पानी से पूरा भर गया .