हालांकि यह बात सबको पता कि भारत में फिलहाल स्वच्छता अभियान जोर शोर से चल रहा है लेकिन क्या आपको पता है की यह परंपरा आज से नहीं बल्कि कई सालों से यू ही चला आ रहा है जी हां बता दें कि जब सोने की चिड़िया यानी हमारा भारत को गुलाम था तब उस समय अलवर के राजा जयसिंह ने अपने अपमान का बदला रोल्स रॉयल्स नामक सबसे महंगी कार से कचरा उठवा कर लिया था।
हुई थी राजा की बेज्जती
सोने की चिड़िया कहा जाने वाला भारत आज से कई साल पहले काफी अमीर और दौलतमंद था यहां के राजा महाराजा बेहद रईस हुआ करते थे उन्हीं में से एक राजा जैसे भी थे जो एक बार लंदन गए और उनकी नजर उस दौरान रोल्स रॉयल्स की गाड़ी पर पड़ी जब उन्होंने उसकी कीमत पूछी तो भारत के नागरिक होने की वजह से राजा को शोरूम से बाहर कर दिया गया जय सिंह को अपनी यह बेज्जती बर्दाश्त नहीं हुई और वह होटल आकर दोबारा शोरूम जाने का मन बनाया लेकिन इस बार वह शोरूम राजा के रूप में गए शोरूम के लोग उनका यह अवतार देखकर बेहद हैरान रह गए थे और उन्होंने उनका स्वागत जोरदार किया और उन्होंने वहां खड़ी थी रोल्स रॉयल्स को खरीद लिया।
उठवाया कचरा
राजा जयसिंह ने अपने अपमान का बदला लेने का फैसला किया जिसके लिए उन्होंने अपने राज्य की नगरपालिका को यह आदेश जारी किया कि इन कारों का इस्तेमाल केवल शहर की गंदगी को उठवा ने और सफाई के काम के लिए किया जाए इस घटना को घटे कुछ दिन ही हुए थे यह बात पूरी दुनिया में आग की तरह फैल गया की भारत का एक राजा रोज रॉयल शिप राज्य का कचरा उठवा रहा है।
रातो रात वेल्यू गिर गई कार की
जैसे ही लोगों को इस बात की जानकारी हुई कि कार का इस्तेमाल कचरा धोनी के लिए किया जा रहा है तब लोगों ने उस कार को खरीदना बंद कर दिया रोल्स रॉयल्स के मालिकों ने इस बात पर कहा कि लोग रोल्स रॉयल्स पर हंसते थे और कहते थे कि कहीं यह वही कार तो नहीं जिससे भारत में कचरा उठाया जा रहा है।
मांगी माफी
धीरे-धीरे रोल्स रॉयल्स की वैल्यू घटते गई और इसी वजह से कंपनी ने राजा को टेलीग्राम लिखकर माफी मांगी और विनती किया कि रोल्स रॉयल्स कचरा ना उठाएं और इसके अलावा कंपनी ने राजा जयसिंह को 6 कार तोहफे में भी भेजी।