साल 2019 में न्यूट्रेला, मसलन, ब्राउनी, चॉकलेट और गुलकन की फ्लेवर वाली खीर की शुरुआत की गई थी और आज यही खीर भारत के कई शहरों में काफी प्रचलित हो चुकी है। शिवांग सूद और शिविका सूद दोनों ही भाई बहनों ने मिलकर यह काम शुरू किया था। 27 साल के शिवांग सूद ने बताया, कि जब वह बेहद छोटे थे तब उनकी मां अक्सर उनके लिए ही बनाया करती थी और पूरा परिवार बड़े चाव के साथ खीर को आनंद ले कर खाते थे।
लेकिन जब साल 2017 में उनकी बहन इस खीर के स्वाद से उब गई तब उन्होंने अपने खीर में एक चम्मच, न्यूट्रेला और ओरियो डाल दिया था। जिससे खीर का स्वाद बिल्कुल भी अलग और स्वादिष्ट हो गया फिर क्या था उन्होंने अपनी मां को भी इस नए खीर के स्वाद के बारे में बताया, तो उनकी मां ने नए तरह के यानी ब्राउनी और गुलकंद डालकर खीर बनाया। जो परिवार वालों को काफी पसंद आया था और इतना ही नहीं यह खीर उन्होंने अपने पूरे रिश्तेदारों को बना कर खिलाया।
शिवांग का कहना है, कि वह शुरू में अपना एक सपोर्ट स्टार्टअप चला रहे थे, लेकिन फिर उनकी बहन शिविका और उन्हें यह नया आइडिया आया कि क्यों ना इस नई और स्वादिष्ट खीर के स्वाद को दुसरे लोगो तक पहुंचाया जाए। लेकिन यहां सबसे बड़ी परेशानी इन्वेस्टमेंट की थी, क्योंकि नया स्टार्टअप करने के लिए काफी ज्यादा पैसों की जरूरत होती और इन दोनों के पास इतने पैसे नहीं थे।
लेकिन इन दोनों भाई बहनों ने हार नहीं मानी और 19 मई 2017 को दोनों ही भाई बहनों ने पुणे के औंध में स्टारबक्स के पास एक ठेला लगाकर अपनी मां की हाथों की बनी अलग तरह के स्वाद की खीर बेचनी शुरू कर दी। जिसमें विभिन्न प्रकार के फ्लेवर्स मौजूद थे। उन्होंने बताया कि से पहले दिन दोस्तों की मदद से खीर के कुल 44 डिब्बे बेच दिए थे, जिसके बाद दूसरे दिन 82 डिब्बे बनाएं और तीसरे दिन 100 डिब्बे जो पूरे बिक गए थे।
उन्होने बताया की, सोशल मीडिया मार्केटिंग की सहायता से हमने ब्रांडिंग करना शुरू कर दिया। जिससे लोग का अच्छा रिस्पांस मिला और प्रीऑर्डर देना भी लोगों ने शुरू कर दिया। जिसके बाद सूद परिवार ने साल 2018 में पुणे की जेएम रोड पर अपनी एक दुकान की जहां शुरू शुरू में कमाई के 33 लाख थी, जो 2018 में बढ़कर 84 लाख तक पहुंच गई थी। लेकिन फिलहाल 2019 और 2020 के दौरान इसकी कामाई बढ कर 1 करोड़ रुपए से भी ज्यादा हो गई है।